भोपाल / भोज विश्वविद्यालय कैंपस में बाघ, वन विभाग ने की पुष्टि, रहवासियों में दहशत

भोज विश्वविद्यालय परिसर में रविवार- सोमवार रात बाघ का मूवमेंट हुआ है। इसकी पुष्टि खुद वन विभाग ने की है, क्योंकि यहां उसके पगमार्क मिले हैं। वन अमले ने बताया कि यह बाघ व्यस्क नहीं है। इससे पहले इस बाघ का मूवमेंट भोपाल के आसपास नहीं देखा गया है। अधिकारियों के मुताबिक यह नया बाघ है जो कलियासोत नदी के किनारे-किनारे होते हुए परिसर में दाखिल हुआ और चूनाभट्‌टी से वाल्मी होते हुए फिर जंगल में पहुंच गया। विवि के कुलपति के घर के बाहर दलान में बाघ के पगमार्क मिले हैं। वन विभाग ने परिसर में वन अमला तैनात कर दिया है। केरवा और कलियासोत इलाके में बाघों का लगातार मूवमेंट हो रहा है।



नई टेरेटरी की तलाश मे बाघ शहर तक पहुंच रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक विवि परिसर में पहुंचा बाघ नया है। इसकी उम्र भी ज्यादा नहीं है। भोपाल वन मंडल के एसडीओ एसएस भदौरिया ने बताया कि भोज विवि परिसर में दो दिन पुराने बाघ के पगमार्क मिले हैं। पेट्रोलिंग टीम परिसर में तैनात की है।


सीसीटीवी कैमरे बंद थे
भोज विश्व विद्यालय के कुलपति जयंत सोनवलकर ने बताया कि हम शहर से बाहर गए थे। चौकीदार ने घर के सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए थे। इस वजह से वह कैमरे में कैप्चर नहीं हो पाया। जब हम घर वापस आए तो पगमार्क देखे, जो अजीब थे। वन विभाग को इसकी सूचना दी। बाघ की पुष्टि होने के बाद छात्रों को भी सचेत किया है।


पहले भी आ चुके हैं यहां तक बाघ
2012-13 में चूनाभट्टी स्थिति एक कार्यालय में बाघ सीसीटीवी कैमरे में कैप्चर हुआ था। 2017-18 में भोज विवि के सामने स्थिति स्वर्ण जयंती पार्क तक बाघ पहुंचने की सूचना थी।